The hanuman mantra Diaries
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि ।तेज प्रताप महा जग बन्दन ॥६॥ बिद्यावान गुनी अति चातुर ।तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि ।तेज प्रताप महा जग बन्दन ॥६॥ बिद्यावान गुनी अति चातुर ।तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस